Tuesday, October 12, 2010

क्या इसी मनरेगा पर इतरा रही है सरकार

(सुनील) http://www.sunilvani.blogspot.com/
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना नाम से ही भव्यता झलकती है और इसी नाम पर सरकार अपनी पीठ भी थपथपाती रहती है लेकिन गांव-गांव और शहर-शहर तक इस योजना को पहुंचाने का दंभ भरने वाली सरकार की मनरेगा की सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। कल सोनी चैनल पर शुरू हुए द ग्रेट अमिताभ बच्चन का शो 'कौन बनेगा करोडपति' ने इस योजना की असलियत को सामने ला दिया। अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए एक सवाल 'नरेगा' योजना किस महान नेता के नाम से जुडा हुआ है। इस प्रश्न के चार ऑप्शन महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी थे। प्रतियोगी को इस प्रश्न का उत्तर नहीं पता था। यहां तक तो ठीक था। उसने लाइफ लाइन का इस्तेमाल किया और एक्सपर्ट की राय ली। एक्सपर्ट ने भी संकोचपूर्वक जवाब दिया। हालांकि उनका जवाब सही था लेकिन हद तो तब हो गई जब केबीसी में बैठे अधिकांश दर्शकगणों में से महात्मा गांधी को केवल 9 फीसदी वोट मिला जबकि अधिकांश दर्शक जवाहर लाल नेहरू या फिर राजीव गांधी के पक्ष में थे। तो आप सोच सकते हैं कि सरकार की यह योजना कितनी घर-घर तक पहुंची हुई है और कितने लोग इस योजना से वाकिफ हैं। आप आप इस योजना की राज्यवार सफलता के बारे में आसानी से सोच सकते हैं।
सरकार की जय हो

Monday, October 4, 2010

अतुलनीय भारत, अतुलनीय दम

(सुनील)
राष्ट्रमंडल खेलों का इतना शानदार आगाज देखकर न केवल भारत के लोग बल्कि दुनिया के लोगों ने भी दांतों तले अंगुलियां दबा लीं। इस खेल ने भारत विरोधी देशों को न केवल करारा जवाब दिया बल्कि उन्हें सोचने पर भी मजबूर कर दिया कि भारत सचमुच अतुलनीय देश है जिससे लोहा लेना इतना आसान नहीं है। राष्ट्रमंडल खेलों के इतने शानदार उद्धाटन ने दिल में इतनी खुशियां भर दी है कि बोलती बंद हो गई। इसलिए चंद शब्दों में ही अपनी बातों को बया कर रहा हूँ -

• सबके जुबान पे लगा ताला, राष्ट्रमंडल खेल आला रे आला
• पूरी दुनिया ने देखा भारत का दमखम, इसलिए हम भी जोश में बातें कर होश में
• खेलों के जरिए भारत का विश्व में बढा रूतबा
• भारत का दम देखकर हुआ विश्व का होश गुम
• हुई दिल्ली की शादी, पूरी दुनिया बनी बाराती
• रंगों में नहाया दिल्ली, विरोधी बने भीगी बिल्ली
• दिल्ली के स्टेडियम में पूरी दुनिया सिमटी
• दिल्ली बना पूरे विश्व का दिल
• वेशभूषा और भारतीय संस्कृति को देख लोगों ने कहा इसलिए कहतें है भारत को अनेकता में एकता वाला देश
• चला रंगों का जादू, दर्शक हुए मुग्ध
• हर धर्मों का एक घर, हमारा हिंदुस्तान
• बातों से नहीं काम से जवाब दिया बोलने वालों को
• जमा रंग, दुनिया दंग
• देश की संस्कृति के रंग बिखरे, विदेशी सराबोर
• ऐसे महान भारत की जय हो, जय हो, जय हो......